बीमा पॉलिसी पर लोन बनाम पर्सनल लोन: आपके लिए कौन सा बेहतर है और क्यों? पूरी सरल गाइड
जब अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ती है, तो ज्यादातर लोग सबसे पहले पर्सनल लोन के बारे में सोचते हैं। यह आसानी से मिलता है, ज्यादातर बैंक और ऐप्स इसे ऑफर करते हैं, और कागज़ी काम भी कम होता है। लेकिन सुविधा के साथ एक बड़ी समस्या आती है— महंगा ब्याज । दूसरी ओर, भारत में ज्यादातर लोगों के पास पहले से ही लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी होती है, खासकर LIC की पारंपरिक योजनाएँ। ऐसी पॉलिसियों में वर्षों बाद अच्छी सरेण्डर वैल्यू बन जाती है, जिसके बदले आप कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं। अब सवाल यह है कि कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर है—पर्सनल लोन या बीमा पॉलिसी पर लोन? इस विस्तृत लेख में हम सरल भाषा में दोनों के फायदे, नुकसान, ब्याज दरें, जोखिम, टैक्स नियम और विशेषज्ञों की राय समझेंगे ताकि आप सही फैसला ले सकें। 1. दोनों लोन क्या होते हैं? (A) पर्सनल लोन पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है—यानी इसके लिए आपको कोई भी जमानत नहीं देनी पड़ती। बैंक आपके: क्रेडिट स्कोर आय नौकरी की स्थिरता और पिछला लोन इतिहास को देखकर लोन मंजूर करते हैं। हालाँकि यह आसानी से मिलता है, लेकिन इसकी समस्या है: ब्...